पेरिस। पेरिस की दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गुरुवार को भव्य स्वागत किया गया। इस यात्रा के दौरान वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे और फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। यहां पहुंचने के तुरंत बाद मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘पेरिस पहुंच गया। इस यात्रा के दौरान भारत-फ्रांस सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हूं। आज मेरे विभिन्न कार्यक्रमों में शाम को भारतीय समुदाय के साथ बातचीत शामिल है।” फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने हवाई अड्डे पर मोदी की अगवानी की। हवाई अड्डे पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और दोनों देशों का राष्ट्रगान बजाया गया।
प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने किया स्वागत
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पेरिस हवाई अड्डे पर उतरे। रस्मी स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने उनका स्वागत किया। पेरिस में प्रधानमंत्री के व्यस्त कार्यक्रम में बैस्टिल दिवस समारोह में भागीदारी और फ्रांसीसी नेतृत्व, भारतीय प्रवासी, सीईओ और प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत सहित कई कार्यक्रम शामिल हैं।” पेरिस के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने विश्वास जताया कि उनकी यात्रा से द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को नई गति मिलेगी। मैक्रों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विस्तार पर मुख्य रूप से ध्यान दिए जाने की उम्मीद है।
मोदी ने रवाना होने से पहले जारी बयान में कहा, ‘‘मैं राष्ट्रपति मैक्रों से मिलने और अगले 25 वर्षों में इस दीर्घकालिक और समय की कसौटी पर खरी उतरी साझेदारी को आगे ले जाने के लिए व्यापक चर्चा करने को लेकर आशान्वित हूं।” उन्होंने कहा, ‘‘हम क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी साथ मिलकर काम करते हैं।” मोदी ने कहा कि फ्रांस की उनकी यात्रा विशेष है क्योंकि वह फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस या बैस्टिल दिवस समारोह में राष्ट्रपति मैक्रों के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। परेड में भारत की तीनों सेनाओं का 269 सदस्यीय दल हिस्सा लेगा।
फ्रांसीसी जेट विमानों के साथ भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के तीन राफेल लड़ाकू विमान भी इस अवसर पर फ्लाईपास्ट में शामिल होंगे। इस साल भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि गहरे विश्वास और प्रतिबद्धता पर आधारित दोनों देश रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु, नीली अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों समेत विभिन्न क्षेत्रों में करीबी सहयोग करते हैं। मोदी को 2022 में फ्रांस की अपनी अंतिम आधिकारिक यात्रा के बाद से राष्ट्रपति मैक्रों से कई बार मिलने का अवसर मिला।
हाल ही में मई 2023 में जापान के हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान भी उनकी मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न, सीनेट के अध्यक्ष जेरार्ड लार्चर और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष येल ब्रौन-पिवेट सहित फ्रांसीसी नेतृत्व के साथ अपनी बातचीत को लेकर भी उत्सुक हूं।” मोदी भारतीय समुदाय, दोनों देशों के प्रमुख सीईओ के साथ-साथ प्रमुख फ्रांसीसी हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे। पेरिस से मोदी
15 जुलाई को आधिकारिक यात्रा के लिए संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी जाएंगे।