दौसा (जयपुर)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का लोकार्पण करके उसे देश को समर्पित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दोपहर देश की जनता को एक्सप्रेस वे के पहले चरण को समर्पित किया है। पहले चरण में हरियाणा के सोहना से दौसा जिले के बडक़ा पाड़ा तक 228 किलोमीटर का मार्ग चालू हो गया है। लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक्सप्रेस वे का अवलोकन भी किया। एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के बाद ही अब जयपुर से दिल्ली का सफर अब 3 घंटे का रह जाएगा, साथ ही दौसा से दिल्ली का सफर महज 2 घंटे के आस पास ही रहने वाला है। उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने जनसभा को सम्बोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह विकसित होते भारत की भव्य तस्वीर है। जब ऐसी आधुनिक सड़कें बनती हैं तो देश की प्रगति को गति मिलती है। दुनिया में ऐसे अनेक अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में लगाई गई राशि जमीन पर कई गुना असर दिखाती है, कई गुना निवेश आकर्षित होता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले 9 साल से इस पर भारी भरकम खर्च कर रही है। इस साल के बजट में हमने 10 लाख करोड़ की व्यवस्था सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए की है। यह 2014 की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। इससे राजस्थान को बहुत बड़ा लाभ होने वाला है। आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण का एक और पक्ष है। जब यह तैयार हो जाता है तो किसान, स्टूडेंट, व्यापारी सभी को अनेक सुविधाएं मिलती हैं। जैसे दिल्ली-दौसा-लालसोट के बीच इस हाईवे से जयपुर से दिल्ली जाने का टाइम आधा हो जाएगा।
गौरतलब है कि दिल्ली से मुंबई तक एक्सप्रेस-वे की लंबाई 1385 किमी है। पहले चरण के एक्सप्रेस-वे की लंबाई 247 किमी है। साथ ही, प्रधानमंत्री यहां 246 किलोमीटर लंबे अलग-अलग राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की भी आधारशिला रखेंगे। ये प्रोजेक्ट करीब 5940 करोड़ के हैं। इसमें एक्सप्रेस-वे को जयपुर से जोडऩे वाला लिंक एक्सप्रेस भी शामिल है।
नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साफा पहनाकर स्वागत किया, वहीं स्मृति चिन्ह के रूप में उन्हें चित्तौडगढ़ का विजय स्तंभ का प्रतीक भेंट किया गया है। विजय स्तंभ को मेवाड़ के महाराणा कुंभा ने अलाउद्दीन खिलजी को हराने के बाद बनाया गया था।
लोकार्पण कार्यक्रम की शुरुआत में केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सैटेलाइट का उपयोग करके हाईवे का अलाइनमेंट ठीक किया गया, इस तकनीक की मदद लेने से दिल्ली से मुंबई के बीच 275 किमी की दूरी कम की गई है। उन्होंने कहा कि हम 2024 का साल खत्म होने से पहले भारत का सडक़ इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर कर देंगे। गडकरी ने कहा कि जयपुर-दिल्ली के बीच इलेक्ट्रिक केबल भी डाली जाएगी, ताकि इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रक और बसें भी चल सके। इसके लिए वैज्ञानिकों की मदद भी ली जा रही है।
12 हजार 150 करोड़ रुपए में बना 247 किमी. लंबा एक्सप्रेस-वे
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन 247 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12,150 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। इस सेक्शन के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जाएगा।
इस सेक्शन के खुल जाने से पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। उद्घाटन के बाद रविवार को ही इस एक्सप्रेस-वे को आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। इस हाईवे पर गाडिय़ां 120 किमी की रफ्तार से दौड़ सकेंगी।
सीएम गहलोत ने पीएम से कहा- ईआरसीपी को राष्ट्रीय प्रोजेक्ट घोषित करें
उद्घाटन कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 50 सड़को को पहले ही राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का फैसला हो चुका है, लेकिन इसका नोटिफिकेशन अभी तक नहीं हुआ। जयपुर रिंग रोड, जोधपुर एलिवेटेड रोड पर भी जल्द काम करना चाहिए।