नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा विधायिका में महिलाओं के आरक्षण के लिए लाए गए बिल आज दिन भर के बहस के बाद 454/2 के बहुमत से पास हो गया। इस बिल के समर्थन में जहां 454 वोट पड़े। वहीं विरोध में मात्र 2 लोगों ने वोट दिया। बता दें कि बिल पर पर्ची से वोटिंग हुआ। बता दें कि बहुमत के लिए सरकार को 304 वोटों की जरूरत थी।
लोकसभा में पहुंचे प्रधानमंत्री
महिला आरक्षण बिल पर वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा पहुंच गए हैं। बता दें कि सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले विधायिका में महिला आरक्षण बिल लाकर बड़ा दांव चला है। 19 सितंबर को लोकसभा में बिल पेश होने के बाद आज इस मुद्दे पर संसद में जमकर बहस हुई। इसके बाद अब वोटिंग हुआ।
पर्ची से हुई वोटिंग
बता दें कि लोकसभा में दिन भर हुई बहस के बाद वोटिंग हुआ, स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्ष के कहने पर पर्ची से वोटिंग करवाया, बता दें कि इससे पहले जितनी भी वोटिंग हुई है वो सभी इलेक्ट्रॉनिक मशीन से हुई है। काफी लंबे समय बाद पर्ची से वोटिंग हुई है।
गुरुवार को इस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा वहां से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साइन के लिए भेजा जाएगा, राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा, महिला आरक्षण बिल नई संसद के लोकसभा में पास हुआ पहला बिल भी है।
लोेकसभा में रानी दुर्गावती से लक्ष्मीबाई तक का जिक्र
लोकसभा में ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ को लेकर हुई चर्चा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, रायबरेली सांसद और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी सहित 60 सदस्यों ने हिस्सा लिया। विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने रानी दुर्गावती, रानी चेन्नम्मा, रानी अहिल्याबाई, रानी लक्ष्मी जैसी असंख्य वीरांगनाओं का उल्लेख किया।