सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के लिस्टिंग समारोह में श्री के वी कामथ (नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन- जेएफएसएल), श्री सुभाष एस मुंदड़ा (अध्यक्ष – बीएसई)
मुंबई। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर आज (21 अगस्त) बीएसई और एनएसई में लिस्ट हो गए। पर इसकी लिस्टिंग 265 रुपए पर हुई। एनएसई पर लिस्टिंग 262 रुपए पर हुई। पहले इस कंपनी का नाम रिलायंस स्ट्रेटेजिक इनवेस्टमेंट्स था। इस शेयर का डिस्कवर्ड प्राइस 261.85 रुपए था।
पहले दिन ही लोअर सर्किट!
अब 251.75 रुपए कारोबार कर रहा है।
पहले यह कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का हिस्सा थी। रिलायंस से अलग होने के बाद आरआईएल के शेयरधारक को हर एक शेयर पर जियो फाइनेंशियल का एक शेयर एलॉट किया गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होने के बाद करीब एक महीने तक जेएफएस का शेयर एक डमी स्टॉक रहा। अब इसकी लिस्टिंग हो रही है। यह स्टॉक अगले 10 ट्रेडिंग सेशंस में ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट में रहेगा। वहीं दूसरी तरफ रिलायंस के शेयर 1.33 फीसदी की गिरावट के साथ 2522.65 रुपए पर है।
ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट का क्या मतलब है?
ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट में ट्रेडिंग का मतलब यह है कि इस शेयर में सिर्फ डिलीवरी बेसिस पर कारोबार होगा। अगर आप इस शेयर को खरीदते हैं तो आपको इसकी डिलीवरी लेनी पड़ेगी। आप इस शेयर को सुबह में खरीदकर दोपहर या शाम में बेच नहीं सकते। इसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहा जाता है। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में इंट्रा-डे ट्रेडिंग की इजाजत 10 दिन तक नहीं होगी।
अगर कोई इनवेस्टर जियो फाइनेंशियल के स्टॉक को सुबह में खरीदता है और उसी दिन उसे बेचने की कोशिश करता है तो उसका ऑर्डर रिजेक्ट हो जाएगा। इसका मतलब है कि अगले 10 दिन तक इसमें सिर्फ डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग होगी।
कई दिग्गज कंपनियों से ज्यादा होगा मार्केट कैपिटलाइजेशन
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के स्टॉक का सिंबल JIOFIN होगा। इस कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा होने का अनुमान है। इस तरह यह कंपनी इंडिया की दूसरी सबसे बड़ी NBFC कंपनी बन जाएगी। इसका मार्केट कैप निफ्टी 50 में शामिल कई दिग्गज कंपनियों के मार्केट कैप से ज्यादा होगा। इनमें हीरो मोटोकॉर्प और ग्रासिम इंडस्ट्रीज जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।