जोधपुर। अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा की कार्यसमिति बैठक और नई टीम का पदभार ग्रहण समारोह शनिवार को जोधपुर में शुरू हुआ। इसमें सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जितेंद्र कुमार माहेश्वरी, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी शिरकत की।
जस्टिस ने पूरी कार्यकारिणी को बधाई दी। राष्ट्र निर्माण में सामाजिक संगठनों की भूमिका पर बात करते हुए कहा भारत देश का नागरिक होने के नाते वो मेक इन इंडिया के घोर पक्षधर है। क्योंकि मोहब्बत की माटी को हिंदुस्तान कहते हैं और जो इसके लिए कुछ कर जाए उसे इंसान कहते हैं।
किसी भी राष्ट्र के निर्माण में पांच अंगों की अहम भूमिका होती है। वो अंग है राजा, मंत्री, प्रजा, कोष और सेना। इन पांचों में मनुष्य की भूमिका अहम है। इस धरती पर सबसे बुद्धिमान यदि कोई है तो वो मनुष्य है। मनुष्य के जीवन का सार क्या होना चाहिए। मनुष्य जन एकजुट होकर ही राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले खुद को सशक्त बनाएं। जीवन में सफल होने के लिए उम्मीद खुद से होनी चाहिए ना की किसी दूसरे पर। जिसे अपने आप पर भरोसा है वो सफल होगा।
अर्जुन जब महाभारत के युद्ध में खड़ा था उसे अपनी धनुर्विद्या पर भरोसा था। जबकि कौरव के पास भीष्म, द्रोण सरीखे योद्धा थे, लेकिन अर्जुन को भरोसा खुद पर था। ऋग्वेद में लिखा है कोई भी मनुष्य कड़ी मेहनत से ही सफल होता है।
व्यक्ति बदलाव की बात करता है लेकिन उसके मन में ये बात आती है कि मैं दूसरों को बदल दूं। एक कहानी के माध्यम से उदाहरण देते हुए कहा पहले खुद को बदलना होगा। उसी से ही दुनिया में बदलाव संभव है।
एक और एक मिलकर ग्यारह हो जाए यही संगठन है। हमारे अस्तित्व के लिए समाज का होना अत्यंत आवश्यक है। बिना व्यक्ति के किसी समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि हमारी विनम्रता ही हमें आगे बढ़ा सकती है। इसी सूत्र को ध्यान में रखकर आगे बढ़ते हुए राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।
इस दौरान जस्टिस का समाज की ओर से सम्मान किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम और समापन राष्ट्र गान के साथ किया गया। कार्यक्रम में समाज के पूर्व पदाधिकारियों का भी सम्मान किया गया।
महासभा के सभापति संदीप काबरा ने बताया कि समाज की ओर से भगवान श्री राम नगरी अयोध्या में शौर्य भवन बनाया जा रहा है। इसमें राम मंदिर आंदोलन में अपने प्राण गंवाने वाले समाज के लोगों की याद में शौर्य स्तंभ भी बनाया जाएगा। वहीं राम और शरद कोठारी की प्रतिमा भी लगाई जाएगी। 185 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में भगवान का एक मंदिर सहित 132 रूम बैंक्वेट हॉल आदि बनाए जाएंगे।
अपने उद्बोधन में उन्होंने समाज को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की बात कही। माहेश्वरी समाज भगवान महेश के साथ भारत माता का पूजन करता है। उनके लिए देश पहले, समाज सेकेंड स्थान पर है। देश का पहला ऐसा समाज का संगठन होगा जहां वंदे मातरम का गान होता है।
उन्होंने कहा कि आजकल के समाज में चुनाव के समय लाखों रुपए फिजूल खर्च होते हैं। खासकर माहेश्वरी समाज के चुनाव में तो चार्टर से भी वोटर को लाया ले जाया जाता है। ऐसे समय में निर्विरोध चुनाव होना गौरव की बात है। उनकी कोशिश रहेगी कि इस परंपरा को आगे भी कायम रखा जाए। फिजूल में होने वाले पैसों की बर्बादी को रोककर समाज के लिए विकास के कार्य किए जाएं। यह उनकी प्राथमिकता में रहेगा।
माहेश्वरी समाज के मंत्री नंदकिशोर शाह ने बताया कि 132 साल पुराने संगठन की पहली बार कार्यसमिति बैठक जोधपुर में हो रही है। माहेश्वरी समाज के संगठन में देश के 490 जिलों और 22 देशों में कार्यकर्ताओं के माध्यम से समाज हित में काम किया जा रहा है। कार्यक्रम में 27 प्रदेश संभाग के लगभग 200 प्रतिनिधि शामिल हुए। समापन रविवार को किया जाएगा।
अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा के 30 वें सत्र के पदाधिकारीगण
सभापति – श्री संदीप काबरा, जोधपुर महामंत्री – श्री अजय काबरा, भदौही संगठन मंत्री – श्री प्रवीण सोमानी, मुम्बई अर्थ मंत्री – श्री राजकुमार काल्या, गुलाबपुरा
उपसभापति – श्री कैलाश काबरा गुवाहाटी पूर्वाचल, श्री विनीत केला अलीगढ उत्तरांचल,
श्री राजेश बिरला कोटा पश्चिमांचल,
श्री विजय राठी इटारसी मध्यांचल,
श्री अरूण भगड़िया हैदराबाद दक्षिणांचल,
सभापति कार्यालय के मंत्री –
श्री नारायण राठी रायपुर, महामंत्री कार्यालय के मंत्री – श्री जगदीश जी कोगटा भीलवाड़ा।
संयुक्त मंत्री – श्री छितरमल धूत जमशेदपुर पूर्वांचल, श्री ओमप्रकाश तापड़िया दिल्ली उत्तरांचल, श्री रमाकांत बाल्दी अजमेर पश्चिमांचल, श्री दिनेश राठी नागपुर मध्यांचल, श्री जुगल लोहिया परली दक्षिणांचल