अहमदाबाद। अडानी समूह की एजीएम के तहत अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी टोटल गैस की सालाना जनरल मीटिंग (AGM) 2023 आज आयोजित हुई। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने इस एजीएम में शेयरधारकों और कंपनियों के अधिकारियों को संबोधित किया है। दोनों कंपनियो ने पहले ही इसके बारे में स्टॉक्स एक्सचेंजों को जानकारी दे दी थी।
गौतम अडानी ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बारे में खुलकर बात की और कहा कि हिंडनबर्ग ने गणतंत्र दिवस की संध्या पर हमारे खिलाफ गलत रिपोर्ट जारी की जिसमें हम पर झूठे आरोप लगाए गए और अडानी समूह को चोट पहुंचाने की कोशिश की गई। ये पूरी तरह अडानी समूह के खिलाफ एक निगेटिव माहौल बनाने का प्रयास था।
हमने निवेशकों के हित में एफपीओ वापस लिया – गौतम अडानी
गौतम अडानी ने कहा कि अमेरिका के इस शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने अपने हितों को पूरा करने के लिए अडानी समूह के खिलाफ रिपोर्ट निकाली और इसकी टाइमिंग बेहद जानबूझकर अडानी के एफपीओ के समय रखी गई। अडानी समूह के शेयरों की कीमत पर भी इस रिपोर्ट का असर देखा गया और काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। हमने अपने निवेशकों के हितों को सुरक्षित करने के लिए फॉलोऑन पब्लिक ऑफर को वापस ले लिया जिससे कि उन्हें हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का निगेटिव असर ना झेलना पड़े।
जानें गौतम अडानी ने और क्या कहा है
गौतम अडानी ने कहा कि हमारे खिलाफ आरोपों के चलते सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बनाई, हालांकि एक्सपर्ट कमिटी को रेगुलेटरी खामियां नहीं मिली। हमारी छवि खराब करने की कोशिश की गई। सेबी के पास भी ये मामला है और सेबी को सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट सबमिट करना है। सेबी को रिपोर्ट सबमिट करने के हमारे डिस्क्लोजर पर भरोसा है। हमारा ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है और इस कठिन घड़ी में अडानी समूह पर निवेशकों का भरोसा बना रहा। हालांकि हमें टारगेट कर निशाना बनाया गया लेकिन निवेशकों का हम पर भरोसा है।
गौतम अडानी ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। साल 2030 तक तीसरी और 2050 तक भारत की इकोनॉमी दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। इसके लिए केंद्र में स्थाई सरकार होना जरूरी है और हमें देश के 5 ट्रिलियन डॉलर क अर्थव्यवस्था बनने का पूरा भरोसा है।