अहिल्या नगरी इन्दौर आचार्यश्री का जन्म स्थान भी है
शाहपुरा- भीलवाड़ा। (श्यामलाल ईनाणी – अहमदाबाद)
रामस्नेही संप्रदाय के फूलड़ोल महोत्सव का समापन रविवार को अपरान्ह में रामनिवास धाम की बारादरी में संतो व हजारों भक्तों की उपस्थिति में आचार्यश्री रामदयालजी महाराज के चार्तुमास की घोषणा के साथ हुआ। आचार्य श्री रामदयालजी महाराज का आगामी चार्तुमास इन्दौर (मप्र) में होगा। आज महोत्सव के अंतिम दिन पूर्व चार्तुमास की विनती करने के लिए इन्दौर, रेलमगरा, कैथुन, जयपुर, पुष्कर, महाजनपुरा (मालपुरा), नई दिल्ली, मणासा, बनवाड़ा, आदि 9 शहरों की ओर से पेश की गई अरजियों का वाचन संतों की ओर से किया गया। भीलवाड़ा के सांसद सुभाष बहेड़िया ने आचार्यश्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान शाहपुरा राजपरिवार के मुखिया जयसिंह भी मौजूद रहे।
दोपहर ठीक 12.15 बजे अभिजीत मुहर्त में आचार्यश्री द्वारा शाहपुरा में आगामी चार्तुमास इन्दौर की घोषणा करते ही रामनिवास धाम परिसर में मौजूद हजारों भक्तजनों में उत्साह का संचार व्याप्त हो गया। इन्दौर के भक्तों ने आचार्यश्री से चार्तुमास की स्वीकृति स्वरूप गोटकाजी को प्राप्त किया तथा संत की अगुवाई में उसका गुलाल खेलते हुए जुलूस निकाला। इस दौरान वहां के भक्तों ने एक दूसरे को रंग, अबीर व गुलाल से सरोबार कर दिया।
चार्तुमास क्षेत्र तथा आस पास के भक्तजनों ने रामनिवास धाम परिसर में गोटकाजी को लेकर शोभायात्रा निकाल कर अपनी खुशियों का इजहार किया। उल्लेखनीय है कि इस दौरान बारादरी में भक्तजनों का अनुनय विनय करने के दौरान उनके भावो में करूणा तथा बाद में शोभायात्रा के सुरजपोल पहुंचने पर वहां सुरजपोल से आचार्यश्री द्वारा अभिवादन करने का दृश्य वात्सल्यपूर्ण दिखा। यहां करीब 20 मिनट तक आचार्यश्री जनता व भक्तों का हाथ हिलाकर अभिवादन करते रहे। फूलडोल महोत्सव के अंतिम दिन रविवार को रामस्नेही संप्रदाय की परंपरा के मुताबिक शहर से आद्याचार्य की अणभैवाणी की
शोभायात्रा निकाली गई। सदर बाजार में नगर पालिका व पार्षदों व जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया।
रविवार को बारादरी में अपरान्ह में ठीक 12.15 बजे आचार्यश्री रामदयालजी महाराज ने अपने अराध्य महाप्रभु रामचरण महाराज के चरणों में राम नाम सुमिरन करते हुए अपना इस वर्ष का चार्तुमास इन्दौर में करने की घोषणा की। इस दौरान बारादरी के अलावा रामनिवास धाम में
विभिन्न अंचलों से करीब 50 हजार भक्त जनों ने रामस्नेही संप्रदाय के वार्षिकोत्सव फुलडोल महोत्सव में अपनी उपस्थिति दी। आस पास के गांवों से भी हजारों लोग भजन गाते हुए व लोक नृत्यों की प्रस्तुति देते हुए महोत्सव में पहुंचे। शाहपुरा के ग्रामीण अंचलों से भी हजारों की तादाद में यहां पहुंच कर नगर पालिका द्वारा लगाये गये अस्थाई मेले में डोलरों, चकरी का आनंद लिया। आस्था के ज्वार में भक्तों का सैलाब राजस्थान के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, मध्यप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखंड के अलावा सिंगापुर व वियतनाम से पहुंचा।
इस महोत्सव में समापन की घोषणा के साथ ही भक्त जनों की वापसी शुरू हो गई है।