उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को यहां 856 करोड़ रुपये की महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना से मध्य प्रदेश की इस तीर्थ नगरी में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि ‘महाकाल लोक’ के नंदी द्वार के नीचे ‘मोली’ से लिपटा एक विशाल ‘शिवलिंग’ रखा गया है। योजना के अनुसार प्रधानमंत्री इस विशाल कॉरिडोर को खोलने के प्रतीकात्मक रूप से ‘शिवलिंग’ का आधिकारिक रूप से अनावरण करेंगे। उज्जैन में बना 900 मीटर से अधिक लंबा कॉरिडोर- ‘महाकाल लोक’ – भारत में अब तक निर्मित ऐसे सबसे बड़े गलियारों में से एक है।
दो भव्य प्रवेश द्वार, बलुआ पत्थरों से बने जटिल नक्काशीदार 108 अलंकृत स्तंभों की एक आलीशान स्तम्भावली, फव्वारों और शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 50 से अधिक भित्ति-चित्रों की एक श्रृंखला ‘महाकाल लोक’ की शोभा बढ़ाएंगे। मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पहले कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी 11 अक्टूबर को शाम करीब साढ़े पांच बजे उज्जैन पहुंचेंगे। मोदी का हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन परिसर में स्थित यहां एक हेलीपेड पर उतरेगा।
इस परियोजना को लागू करने वाली उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘‘महाकाल लोक’ के उद्घाटन के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं, जिसे प्रधानमंत्री जनता को समर्पित करेंगे।
उज्जैन पहुंचने के बाद वह मंदिर परिसर में जाएंगे और महाकालेश्वर मंदिर में ‘पूजा’ करेंगे।” उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद मोदी ‘नंदी द्वार’ जाएंगे और कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे।” मोदी जब कॉरिडोर से गुजरेंगे तो बड़ी संख्या में कलाकार रास्ते में प्रस्तुतियां देंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार शाम को तैयारियों का जायजा लिया था। बाद में कार्तिक मेला मैदान में प्रख्यात गायक कैलाश खेर भगवान शिव को समर्पित एक ‘शिव स्तुति’, एक विशेष गीत ‘जय श्री महाकाल’ गाएंगे। उज्जैन स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार पाठक ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कॉरिडोर के खुलने के बाद लोगों का उत्साह कई गुना बढ़ जाएगा और पर्यटकों की संख्या में ‘‘भारी वृद्धि” होगी।