गुरुग्राम। समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। सपा अध्यक्ष और मुलायम के पुत्र अखिलेश यादव ने एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। अखिलेश ने ट्वीट में कहा, ‘‘मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे।” मुलायम सिंह यादव को पिछली 2 अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर समाजवादी पार्टी में शोक की लहर है।
सोमवार यानी 10 अक्टूबर को सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर उत्तर प्रदेश के सियासी अखाड़े के माहिर पहलवान माने जाने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। खास बात यह है कि यह वही शहर है और वही अस्पताल है, जहां आज से ठीक 93 दिन पहले मुलायम की पत्नी साधना गुप्ता ने भी अपनी आखिरी सांस ली थी।
वह मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी थीं और बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव की सास और प्रतीक यादव की मां थीं।
पीएम मोदी ने सुनाया पुराना किस्सा
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज सुबह मैं यहां भरूच आ रहा था, तब एक दुखद खबर भी मिली मुलायम सिंह यादव जी का निधन हो गया है।
मुलायम सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के भरूच में अपनी रैली में एक ऐसा ही किस्सा सुनाया, जब नेताजी ने उन्हें संसद के अंदर विजयी भवः का आशीर्वाद दिया था, सपा और बीजेपी हमेशा से एक-दूसरे की धुरविरोधी रही है, लेकिन यह मुलायम सिंह का स्वभाव था कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को फिर से चुने जाने का आशीर्वाद तक दे दिया था।
नरेंद्र मोदी से थे अच्छे संबंध
बेशक अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव बीजेपी की जमकर आलोचना करते थे और बीजेपी मुलायम और अखिलेश की निंदा पर राजनीति से इतर मोदी और मुलायम के संबंध बहुत अच्छे थे।
पीएम नरेंद्र मोदी मुलायम सिंह के पोते के तिलक समारोह में शामिल होने सैफई तक गए थे। मुलायम सिंह ने वर्ष 2016 में मोदी की जमकर तारीफ की थी. तब नेताजी ने कहा था कि ‘पीएम मोदी काफी मेहनत और लगन से प्रधानमंत्री बने हैं, वह एक गरीब परिवार से आते हैं और वह अपनी मां को भी नहीं छोड़ सकते हैं।