अयोध्या। राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री राम की भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। पूरे देश की नजरें राम मंदिर पर हैं, सबके मन में एक ही सवाल है, कब राम मंदिर बनकर तैयार होगा।
कब से दर्शन करने की इजाजत मिलेगी ? और मंदिर निर्माण में कितना खर्च आएगा, इस सारे सवालों के जवाब श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दी।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण में 1800 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है, मंदिर निर्माण के लिए गठित संस्था श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने रविवार को यह जानकारी दी। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि विशेषज्ञों द्वारा पेश की गई रिपोर्ट के आधार पर लगाए गए ट्रस्ट के अनुमान के मुताबिक राम मंदिर निर्माण पर 1800 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
राम मंदिर के निर्माण का 40 प्रतिशत पूरा हो चुका है, ध्यान रहे पिछले साल 5 अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के कार्य का शुभारंभ किया था।
2024 तक कर पाएंगे रामलला के दर्शन
उन्होंने बताया कि मंदिर में जनवरी 2024 (मकर संक्राति) तक भगवान राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने की संभावना है. इस बैठक में ट्रस्ट के 15 में से 14 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिनमें निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, उडुपी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य प्रमुख रूप से शामिल थे. राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है और इसके दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाने का अनुमान है।
बता दें कि मंदिर के चबूतरे को तैयार की जाने के साथ ही गर्भगृह पर भी मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है, 5 अगस्त 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा मंदिर निर्माण की नींव रखे जाने के बाद अब तक मन्दिर में लगभग 30 से 40 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। यानी की मंदिर की फाउंडेशन तो तैयार किए जाने के बाद 21 फुट ऊंचे फर्श को भी तैयार कर लिया गया है।
जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि दी गई
बैठक में जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि दी गई। राममंदिर के उत्खनन से पहले उसका साक्ष्य निकालने वाले पुरातत्वविद बीबी लाल को यादकर उन्हें भी भावभीनी श्रद्धांजलि राम मंदिर ट्रस्ट ने दी।